उत्तर प्रदेश के बदायूँ में साजिद ने घर में घुसकर दो नाबालिग हिंदू बच्चों की उस्तरे से गला काटकर हत्या कर दी. ये दोनों बच्चे महज 14 और 6 साल के थे और भाई थे. हत्यारोपी साजिद के साथ उसका भाई जावेद भी मौजूद था। उन्होंने एक अन्य हिंदू बच्चे को भी मारने की कोशिश की. हालाँकि, वह बच गया। वह इस नृशंस हत्याकांड का चश्मदीद गवाह है.
साजिद के हमले से बचे हिंदू बच्चे ने मीडिया को इस घटना की भयावहता बताई है. उसने बताया, “वो जो सैलून वाले भैया थे, वह मेरे छोटे और बड़े भाई को ऊपर ले गए और पता नहीं क्यों मारा। मुझे भी मारने की कोशिश की लेकिन मैं उनका चाकू हटा कर भाग आया।
बच्चे ने बताया कि उसे नहीं पता कि साजिद ने उसके भाइयों की हत्या क्यों की. उसने बताया कि उनके भाई की हत्या उनके घर के सामने नाई की दुकान चलाने वाले दो लोगों ने की है. बच्चे ने यह भी बताया कि उसे कोई पुराना विवाद याद नहीं है. उसने बताया कि सबसे पहले उसने मेरे सबसे बड़े भाई से चाय मांगी और छोटे भाई को पानी लाने के लिए भेज दिया. जब वे दोनों वापस आये तो उन्होंने उनकी हत्या कर दी.
जिन दो हिंदू बच्चों की हत्या हुई उनके पिता विनोद ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”मुझे नहीं पता था कि उसका (साजिद) एनकाउंटर हुआ है. मैं करीब 10-11 बजे आया. इसके बाद साजिद को पुलिस ने पकड़ लिया. मैं यहां नहीं रहता था. हमारी कभी कोई बातचीत नहीं हुई, मुझे नहीं पता कि उसने मेरे बच्चों को क्यों मारा. जो बच्चा बच गया वह अभी ठीक हालत में है।”
विनोद ने बताया, ”कल (19 मार्च 2024) साजिद यहां आया और उसने ₹5000 मांगे कि उसकी पत्नी को बच्चा होने वाला है। जब मेरी पत्नी ने मुझे फोन किया तो मैंने उससे कहा कि पैसे दे दो। जब तक पत्नी पैसे लेकर आई, उसने मेरे बच्चों के साथ खेलने के बहाने को ऊपर ले जाकर मार डाला।”
घटना के बारे में बच्चे की दादी ने भी यही जानकारी दी और कहा कि जब तक बच्चों की मां साजिद के लिए चाय बनाने गईं, तब तक वह अपने दोनों पोतों को मार चुका था. इसके बाद वह चाकू लेकर नीचे उतर आया. उन्होंने बताया कि उसे पकड़ने की भी कोशिश की गई.
इस मामले में बदायूं के एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने कहा, ”साजिद साढ़े सात बजे पीड़ित परिवार के घर में घुसा और सीढ़ियों से होते हुए सीधे छत पर चला गया. यहां उसने दोनों बच्चों पर हमला कर दिया. दोनों बच्चों को मार डाला और वहां से नीचे उतर कर भाग गया. भीड़ ने उसे पकड़ने की कोशिश की लेकिन वह भागने में सफल रहा. इसके बाद उसकी तलाश की गई।”
उन्होंने आगे कहा, ‘सूचना मिली थी कि एक शख्स को खून से सने कपड़े पहने हुए देखा गया है. पुलिस ने घेराबंदी की तो उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया. उसके पास से हत्या में प्रयुक्त हथियार और एक पिस्तौल भी बरामद किया गया है. इस मामले में साजिद के भाई जावेद को भी परिवार ने नामजद किया है. परिवार ने एफआईआर में कहा है कि पीड़ित परिवार की ओर से साजिद को 5000 रुपये भी दिए गए थे.
”पुरानी दुश्मनी के संबंध में भी कोई जानकारी नहीं मिली है.”
इस हत्याकांड के बाद बदायूँ में तनाव का माहौल है। लोगों में काफी गुस्सा है. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में अतिरिक्त पुलिस तैनात की गई है। मृतक बच्चों का पोस्टमॉर्टम अभी नहीं हुआ है. पुलिस एफआईआर दर्ज कर जावेद की तलाश कर रही है।
Article Source – OP India