उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने एक बड़े जासूसी नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए काम करने वाले जासूस मोहम्मद हारून को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी दिल्ली से निष्कासित पाकिस्तानी राजनयिक मुजम्मिल हुसैन से जुड़े जासूसी मामले में की गई है, जिसे भारत सरकार पहले ही “पर्सोना नॉन ग्राटा” घोषित कर चुकी है।
एटीएस की जांच में पुष्टि हुई है कि मोहम्मद हारून पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात राजनयिक मुजम्मिल हुसैन के संपर्क में था और उसके निर्देश पर भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। हारून संवेदनशील और गोपनीय सूचनाएं एकत्र कर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को भेज रहा था। इसके अलावा वह अन्य भारतीय नागरिकों को भी देश विरोधी गतिविधियों के लिए प्रेरित कर रहा था।
मुजम्मिल हुसैन को जासूसी में संलिप्त पाए जाने पर भारत सरकार ने निष्कासित कर दिया था। इस मामले में मोहम्मद हारून की भूमिका काफी अहम मानी जा रही है, क्योंकि हुसैन के भारत छोड़ने के बाद भी वह पाकिस्तानी एजेंसी के लिए जासूसी करता रहा।
गिरफ्तारी के समय उसके पास से निम्नलिखित सामान बरामद किया गया:
- 2 मोबाइल फोन
- ₹16,900 नकद
गिरफ्तार अभियुक्त :
- नाम: मोहम्मद हारून पुत्र अब्दुल रहमान
- उम्र: 45 वर्ष
- निवासी: सीलमपुर, दिल्ली
एटीएस ने इस गिरफ्तारी को एक महत्वपूर्ण सफलता बताया है और कहा है कि इससे भारत में सक्रिय पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने में मदद मिलेगी। देश भर की सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है और अन्य संभावित संदिग्धों पर भी नजर रखी जा रही है।