रैंडम सेना – यूपी के जौनपुर के पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा सोशल मीडिया पर हीरो की तरह काफी सक्रिय रहते हैं और लगभग हर दिन सिंघम टाइप रील बनाते हैं। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि खेतासराय थाने के थाना प्रभारी उनकी नाक के नीचे आरोपी से रिश्वत लेते हैं और उसे ‘फोन हैकिंग’ का बहाना बनाकर छोड़ देते हैं.
जौनपुर जिले के एक व्यक्ति साजिद खान ने अपनी इंस्टाग्राम आईडी से भगवान श्री राम जी को अपशब्द कहे। जब हमने इसकी शिकायत की तो खेतासराय थाना प्रभारी ने आरोपी को यह कहकर छोड़ दिया कि आरोपी की “आईडी” हैक हो गई है.
खेतासराय थाने के पास कौन सी उन्नत तकनीक थी, जिससे तुरंत पुष्टि हो गई कि इंस्टाग्राम आईडी हैक हो गई है?
जब रैंडम सेना की टीम ने खेतासराय थाने पर फोन कर पूछा तो थाना प्रभारी ने तीन अलग-अलग बहाने बनाकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की. पहली कॉल पर दिया फोन हैकिंग का बहाना; दूसरी बार दबाव डालने पर उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है; और फिर तीसरी बार उन्होंने अकड़ते हुए कहा कि पुलिस खुद संज्ञान नहीं लेगी और हमसे कहा कि अगर हम किसी को थाने भेजकर एफआईआर दर्ज कराएंगे तो ही हम कार्रवाई कराएंगे. जबकि सुप्रीम कोर्ट ने देश के सभी राज्यों की पुलिस को धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले मामलों में स्वत: संज्ञान लेने का निर्देश दिया है |
यूपी पुलिस से हमारी मांगें:
1.) राम जी को अपशब्द कहने वाले आरोपी डॉ. साजिद खान को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उचित धाराओं के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। चुनाव के इस समय में समाज में नफरत फैलाने वाले व्यक्ति को इतने छोटे बहाने के आधार पर क्यों छोड़ दिया गया?
2.) इस मामले में खेतासराय थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध लग रही है, उन्हें तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए ताकि मामला फिर से अनुचित तरीके से न दबाया जा सके |
ट्विटर ट्रेंड #ShameOnJaunpurPolice के बाद जौनपुर पुलिस हरकत में आई और राम जी को गाली देने वाले अपराधी डॉक्टर साजिद खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
हमें उम्मीद है कि अपराधी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा; और खेतासराय थाना प्रभारी के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करेंगे!